tu badhte jana - तू बढ़ते जाना

रास्ते में आएंगी रुकावटें बहुत मगर तू बढ़ते जाना रोकेगा ज़माना तुझे पर तू चलते जाना। जब रहेगी सामने मंज़िल तेरे तो रुकावटों पर नज़र भी नहीं जा पाएगी रास्ते हो जाएंगे आसान तेरे जब सपनो में भी मंज़िल नज़र आएगी। यूँ जमीन पर बैठकर क्यूँ आसमान देखता है, पँखों को खोल जमाना सिर्फ उड़ान देखता है। उम्र थका नहीं सकती ठोकरे गिरा नहीं सकती अगर जिद हो जितने की तो परिस्थितिया भी हरा नहीं सकती। ज्यादातर महान लोगों को उनकी सबसे बड़ी सफलता उनकी सबसे बड़ी असफलता के बाद मिली , इसलिए दोस्तों कोशिस करते जाओ, चाहे रास्ते में हजार मुश्किलों हो , स्वयं पर विश्वास रखो और ईश्वर से प्राथना करो की आप जिस अच्छे काम को करना चाहते है उसमे वह आपकी सहायता करें। tu badhte jana - तू बढ़ते जाना आगे पढ़े। ..... मर्द को दुख तब नहीं होता . . . . . . . हिंदी कविताएं . प्रेरणादायक लेख .